जब मालिनी अपनी बहन से मिलने दिल्ली जाने के लिए अर्ध-रात्रि की उड़ान के लिए जाती है तो वह सोच भी नहीं सकती थी कि अपने साथ बैठे एक पुरुष यात्री के साथ वो इतना आनन्द लेगी। उसके बदन की पूरी तलाशी लिए जाने के बाद स्नानघर में एक यौन-प्रकरण के बाद मालिनी महसूस करती है कि – ” 40,000 फ़ीट की ऊंचाई पर सेक्स का अलग ही आनन्द है !”
*कृपया ध्यान दें : यह कार्टून कथा किरतु के प्रशन्सकों द्वारा भेजी गई है। इसकी चित्र-गुणवत्ता सविता भाभी कथा से काफ़ी निम्न हो सकती है।