जब शर्मीली पूजा एक उत्सव में अपने पति के दोस्त मैडी से मिलती है और उसकी खास दोस्त बनने के लिए तैयार हो जाती है तो उसको यह पता नहीं था कि उसका जीवन इतना बदल जाएगा।
एक बात तो वह सोच भी नहीं सकती थी कि नृत्य-मंच पर वह इतनी खुल जाएगी और उत्तेजित हो जाएगी – और वो भी अपने पति की इच्छा से !!
* कृपया ध्यान दें : यह कार्टून कथा किरतु के प्रशन्सकों द्वारा भेजी गई है। इसकी चित्र-गुणवत्ता सविता भाभी कथा से काफ़ी निम्न हो सकती है।